गैरसैंण: गर्मी अभी ठीक तरह से शुरू भी नहीं हुई कि गैरसैंण नगर पंचायत क्षेत्र में पेयजल को लेकर हाहाकार मच गया है. नगरवासी कई बार विभागीय अधिकारियों से समस्या के समाधान की मांग कर चुके हैं, लेकिन विभाग की ओर से अभी तक शिकायतों का कोई संज्ञान नहीं लिया गया. आक्रोशित नगर वासियों ने आज नगर पंचायत अध्यक्ष मोहन भंडारी से मुलाकात कर इस समस्या से अवगत कराया. वहीं, जल संस्थान कर्मियों पर भी मनमानी का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की.
पानी के लिए तरसे लोग: ग्रीष्मकालीन राजधानी का दर्जा पाने के बावजूद गैरसैंण की जनता को बुनियादी सुविधाएं तक उपलब्ध नहीं हो पा रही है. इन दिनों गैरसैंण नगरवासी बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं. ऊपर से जल संस्थान का बेपरवाह रवैया उनकी परेशानी को ओर बढ़ा रहा है. नगर के वार्ड संख्या 3 धारगैड़ वार्ड, लंकाधार वार्ड 4 और कोलियाणा वार्ड 5 में एक महीने से पानी की किल्लत बनी हुई है तो वहीं दूसरी ओर जल संस्थान इस ओर आंखे मूंदे बैठा लापरवाह बना हुआ है.
जहां एक ओर टैंकर लगाने की बात कह कर संबंधित विभाग खानापूर्ति कर अपना पल्ला झाड़ रहा है तो वहीं दूसरी ओर नगरवासियों में जल संस्थान के रवैये को लेकर भी आक्रोश बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है. अभी कुछ दिन पहले ही 22 मार्च को विधायक अनिल नौटियाल के नेतृत्व में गैरसैंण के ब्लॉक सभागार में एक विभागीय समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया था. जिसमें क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने जल संस्थान कर्मियों की मनमानी व पेयजल समस्या से अवगत कराया था.
विधायक अनिल नौटियाल भी दे चुके चेतावनी: इस दौरान विधायक अनिल नौटियाल ने जल संस्थान के अधिकारियों को चेतावनी देते हुए एक हफ्ते के भीतर पानी की व्यवस्था सुचारू करने और आरोपी कर्मियों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे, लेकिन लापरवाह विभाग अब तक आंखे मूंदे बैठा हुआ है. जिसका खामियाजा आम जनता को उठाना पड़ रहा है. वहीं, अब नगर पंचायत अध्यक्ष ने धरना प्रदर्शन और जल संस्थान कार्यालय में तालाबंदी की चेतावनी दी है.
“गैरसैंण में जो पानी की समस्या है, वो दिनोंदिन बढ़ती जा रही है. जिससे गैरसैंण नगर की जनता को आए दिन दो-चार होना पड़ रहा है. लगातार जल संस्थान के अधिकारियों को इस संबंध में अवगत कराया गया और पानी की व्यवस्था सुचारू करने के लिए कहा गया, लेकिन अधिकारी और विभाग बिल्कुल भी इसको लेकर संजीदा नहीं दिखाई दे रहा है. अब जनता की समस्या व जल संस्थान के अड़ियल रवैए को देखते हुए जल संस्थान के खिलाफ धरने पर बैठने का निर्णय लिया है.” – मोहन भंडारी, अध्यक्ष, गैरसैंण नगर पंचायत
एक हफ्ते का दिया अल्टीमेटम: गैरसैंण नगर पंचायत अध्यक्ष मोहन भंडारी ने जल संस्थान विभाग को चेतावनी दी है कि एक हफ्ते के भीतर यदि पानी की व्यवस्था सुचारू नहीं की जाती है तो वो नगर क्षेत्र की जनता और सभासदों को साथ लेकर जल संस्थान गैरसैंण के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू करेंगे. जिसकी पूरी जिम्मेदारी जल संस्थान की होगी.
बोलने से बच रहे जिम्मेदारी अधिकारी: गैरसैंण नगर में पानी की समस्या को लेकर जब जल संस्थान के अधिशासी अभियंता मुकेश कुमार से पूछा गया तो उन्होंने इस संबंध में कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया. या यूं कहें कि उन्हें गैरसैंण क्षेत्र की पेयजल स्थिति की जानकारी ही नहीं है, जिसको लेकर वो जवाब दे पाएं.