बागेश्वर जिले में पर्यटन की असीम संभावनाओं को साकार करने के उद्देश्य से जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने ठोस कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। उन्होंने पर्यटन विभाग को निर्देशित किया है कि जिले में साहसिक खेलों को बढ़ावा देने के साथ-साथ युवाओं को प्रशिक्षित कर स्वरोजगार के अवसर प्रदान किए जाएं। इस प्रयास का मुख्य उद्देश्य जिले के प्राकृतिक सौंदर्य का उपयोग कर पर्यटन को बढ़ावा देना और क्षेत्रीय युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना है।
साहसिक खेलों की संभावनाएं
बागेश्वर जिले में साहसिक खेलों की अपार संभावनाएं हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि पैराग्लाइडिंग जैसी गतिविधियों के लिए कपकोट और गरुड़ क्षेत्र के अलावा नई साइटों की खोज की जा रही है। इसके लिए उन्होंने अनुभवी पैराग्लाइडरों की मदद लेने की बात कही है। उन्होंने जिला पर्यटन अधिकारी को निर्देशित किया है कि साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जल्द से जल्द प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन किया जाए। इसके माध्यम से युवाओं को प्रशिक्षित कर उन्हें पैराग्लाइडिंग जैसे खेलों में दक्ष बनाया जाएगा।
स्वरोजगार को बढ़ावा
जिले में स्वरोजगार को प्रोत्साहन देने के लिए जिलाधिकारी ने वीरचन्द्र सिंह गढ़वाली योजना और होम स्टे योजना को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने निर्देश दिया कि इन योजनाओं के लाभार्थियों को अनुदान राशि नियमानुसार शीघ्र उनके खातों में स्थानांतरित की जाए। इन योजनाओं के तहत स्थानीय निवासियों को अपने घरों को होम स्टे में परिवर्तित करने और पर्यटकों को स्थानीय संस्कृति का अनुभव प्रदान करने का मौका मिलेगा।
तीर्थाटन और धार्मिक पर्यटन
जिले में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मानसखंड मंदिर माला योजना के तहत मंदिर परिसरों का सौंदर्यकरण और सुरक्षा कार्य प्राथमिकता के आधार पर किए जा रहे हैं। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि जिले के प्रमुख मंदिरों को पर्यटकों के लिए आकर्षक बनाया जाए, जिससे तीर्थाटन को नया आयाम मिल सके।
पर्यटक विश्राम गृह और सुविधाओं का विकास
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने केएमवीएन पर्यटक विश्राम गृहों की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि जिला मुख्यालय में स्थित पर्यटक विश्राम गृह की स्थिति खराब है और इसे शीघ्र ठीक कराने की आवश्यकता है। उन्होंने मरम्मत कार्यों का प्रस्ताव एक सप्ताह के भीतर शासन को भेजने के निर्देश दिए।
सुलभ शौचालय निर्माण
सुलभ इंटरनेशनल द्वारा निर्माणाधीन सुलभ शौचालयों की प्रगति की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने गुणवत्ता और आधुनिक तकनीकों के उपयोग पर जोर दिया। उन्होंने कौसानी, बैजनाथ और जिला मुख्यालय में निर्माणाधीन शौचालयों को जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए।
प्रशिक्षण और युवा सशक्तिकरण
जिलाधिकारी ने युवाओं को साहसिक खेलों में प्रशिक्षित कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में विशेष बल दिया। उन्होंने पर्यटन विभाग को निर्देश दिया कि युवाओं को पैराग्लाइडिंग, रिवर राफ्टिंग और ट्रेकिंग जैसे साहसिक खेलों में दक्ष बनाया जाए। इसके लिए विशेष प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन किया जाएगा।
पर्यावरण संरक्षण और स्थायी पर्यटन
जिले में पर्यावरण संरक्षण के साथ स्थायी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए योजनाएं तैयार की जा रही हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि पर्यटन के विकास के साथ पर्यावरण की सुरक्षा भी सुनिश्चित की जाएगी। इसके लिए पर्यटकों को जागरूक करने और जिम्मेदार पर्यटन को बढ़ावा देने की योजना बनाई जा रही है।
जिलाधिकारी आशीष भटगांई के प्रयासों से बागेश्वर जिले में पर्यटन की नई संभावनाएं तलाशी जा रही हैं। साहसिक खेलों, धार्मिक पर्यटन, होम स्टे और पर्यावरण संरक्षण के माध्यम से जिले को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। इन प्रयासों से न केवल जिले का आर्थिक विकास होगा, बल्कि क्षेत्रीय युवाओं को स्वरोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे।