दिल्ली के IIT और AIIMS की एक रिपोर्ट ने MRI के जरिए ‘योग निद्रा’ के फायदे दिखाए हैं। योग निद्रा, यानी होश में सोने की प्रक्रिया, दशकों से दुनिया भर में अपने मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य लाभ के लिए जानी जाती है। पहली बार, भारतीय रिसर्चर्स ने इस प्राचीन अभ्यास को करने वालों का ब्रेन स्कैन किया। MRI के जरिए एक ऐसा ब्रेन स्कैन किया जो ब्लड सर्कुलेशन में बदलावों को ट्रैक करके ब्रेन की गतिविधि को मापता है। इसके जरिए यह समझने की कोशिश की गई कि यह कैसे काम करता है।
इंटरनेशनल जर्नल ऑफ साइंटिफिक रिपोर्ट्स में प्रकाशित स्टडी के अनुसार, IIT दिल्ली, AIIMS दिल्ली और महाजन इमेजिंग के शोधकर्ताओं ने पाया कि ध्यान करने वालों में योग निद्रा के दौरान एक तंत्रिका तंत्र सक्रिय होता है जो उन्हें अलग तरह का सुकून देता है। हमारे दिमाग का स्कैन करके पाया है कि योग निद्रा तकनीक हमारे दिमाग को बहुत शांत कर देती है।
वैज्ञानिकों ने पाया है कि योग निद्रा करने वाले लोगों का दिमाग अलग तरह से काम करता है। जब हम सामान्य तौर पर सोचते हैं या कुछ नहीं सोचते हैं, तो हमारे दिमाग का एक हिस्सा बहुत सक्रिय होता है। लेकिन योग निद्रा करने वालों में यह हिस्सा कम सक्रिय होता है। इससे उन्हें बहुत आराम मिलता है, लेकिन वे पूरी तरह जागते भी रहते हैं।
डॉ. हर्ष महाजन (महाजन इमेजिंग एंड लैब्स के चेयरमैन) ने बताया कि इस स्टडी से पता चलता है कि योग निद्रा हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है। यह एक बहुत पुरानी योग विधि है। स्टडी में यह भी पता चला है कि जो लोग योग निद्रा करते हैं, उनके दिमाग में एक खास तरह का तंत्रिका तंत्र सक्रिय होता है जो उन्हें शांति प्रदान करता है।