मुंबई : कसभा चुनाव के बाद महाराष्ट्र में सभी राजनीति दल ने आगामी विधानसभा चुनाव का बिगुल बजा दिया है। बीजेपी और कांग्रेस के बाद सोमवार को शिंदे सेना, उद्धव सेना, दोनों एनसीपी ने चुनाव में लग जाने के लिए कहा। सोमवार को अजित पवार और शरद पवार की एनसीपी ने पार्टी के स्थापना दिवस पर कार्यकर्ताओं-पदाधिकारियों को चुनाव में लग जाने के लिए कहा। वहीं, उद्धव सेना और शिंदे सेना ने अपनी पार्टी के सांसदों, विधायकों की बैठक बुलाकर विधानसभा की तैयारी में जुटने के लिए कहा है। इधर सीटों को लेकर भी खींचतान शुरू हो गई है।
अजित पवार की एनसीपी ने विधानसभा की 80 सीटों पर दावा किया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल ने सीधे-सीधे 80 सीटों की मांग तो नहीं कि लेकिन यह ज़रूर कहा कि पार्टी को एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के बराबर सीटें मिलनी चाहिए। पवार की पार्टी के मंत्री अनिल पाटील ने विधानसभा चुनाव में 80 सीटों की मांग की है। उन्होंने जलगांव, धुले सहित अन्य जिले की सीटों पर दावा किया है।
पार्टी के स्थापना दिवस की बैठक में भुजबल ने कहा कि विधानसभा चुनाव में हमारी पार्टी को एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के बराबर सीटें मिलनी चाहिए। आगामी चुनाव में सभी जाति और धर्म के लोगों को साथ लेकर चलना होगा।
छगन भुजबल का क्या दावा
भुजबल ने कहा कि मैंने पहले ही कहा था कि विधानसभा चुनाव में एनसीपी को 80 सीटें मिलनी चाहिए। इसके बाद मेरे विरोध में कई लोगों ने बोला। मुझसे कहा गया कि ऐसा कुछ मत कहो, हालांकि मेरी राय है कि सीट वितरण की गुत्थी को अंत तक चलाने से हमें कोई लाभ नहीं होगा। सीट आवंटन पर जल्द ही फैसला होना चाहिए। हमारे पास 40-45 विधायक हैं, लगभग इतने ही विधायक शिंदे गुट के भी हैं, इसलिए हमें उतनी ही सीटें मिलनी चाहिए, जितनी शिंदे को मिलेंगी।
शिवसेना भवन में जुटी उद्धव की सेना
सोमवार को शिवसेना भवन में उद्धव ठाकरे ने अपनी पार्टी के सांसद और विधायकों के साथ मंथन बैठक दिया। इस मौके पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि लोकसभा चुनाव में पार्टी को 9 सीट मिली है। हमें इससे ही संतुष्ट नहीं होना है। लोकसभा चुनाव में मिली जीत से उत्साहित होने की ज़रूरत नहीं है, क्योंकि लोकसभा चुनाव में पार्टी ने अपेक्षा से कम सीटें जीती हैं। ठाकरे ने पार्टी नेताओं और विभाग प्रमुखों से विधानसभा चुनाव की तैयारी में लग जाने का निर्देश दिया।
वर्षा में सीएम शिंदे ने बुलाई बैठक
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने वर्षा निवास स्थान पर पार्टी के नवनिर्वाचित सांसद और विधायकों की बैठक बुलाई। बैठक में लोकसभा चुनाव में मिली हार के साथ-साथ आगामी विधानसभा चुनाव पर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री शिंदे ने पार्टी के नेताओं, सांसद और विधायकों को हिदायत दी है कि लोकसभा चुनाव में भले ही हार मिली हो, लेकिन विधानसभा चुनाव में किसी भी हालत में पार्टी को जीत मिलनी चाहिए। अगर विधानसभा में अच्छा परफॉर्मेंस देना है, तो चुनाव के लिए आज से लगना पड़ेगा। केंद्र और राज्य सरकार के कामों को जन-जन तक पहुंचाने की बात करते हुए उन्होंने पार्टी नेताओं और विधायकों को बयानबाजी से दूर रहने और महायुति के सहयोगी दलों के साथ मिलकर काम करने की हिदायत दी।